Ayushman Bharat Yojana, जिसे अब पीएम जनआरोग्य योजना के नाम से जाना जाता है, गरीब परिवारों के लिए एक कल्याणकारी स्वास्थ्य बीमा स्कीम है। यह योजना 5 लाख रुपये तक का हेल्थ इंश्योरेंस प्रदान करती है। 70 साल से अधिक उम्र के लोग भी इसका लाभ उठा सकते हैं। अब तक देशभर में 29,000 से अधिक अस्पतालों में कैशलेस और पेपरलेस हेल्थ सर्विसेज उपलब्ध हैं।
आयुष्मान भारत योजना कई गंभीर बीमारियों का इलाज मुफत किया जाता है। इसमें कैंसर, हृदय रोग, और किडनी संबंधित बीमारियाँ कवर की जाती हैं। मोतियाबिंद, डेंगू, और मलेरिया भी कवर हैं। इसके अलावा, घुटना और नी रिप्लेसमेंट जैसी सर्जरियां आदि। प्रोस्टेट कैंसर, डबल वॉल्व रिप्लेसमेंट, और कोरोनरी आर्टरी बाइपास का इलाज भी इस योजना के तहत संभव है।
न्यूरोसर्जरी, एंजियोप्लास्टी विथ स्टेंट, और पीडियाट्रिक सर्जरी भी कवर हैं। लेकिन, आउटपेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) कंसल्टेशन और आईवीएफ जैसी प्रजनन प्रक्रियाएं कवर नहीं हैं। कॉस्मेटिक सर्जरी, डेंटल प्रॉब्लम्स, और एचआईवी उपचार भी शामिल नहीं हैं।
Ayushman Bharat Yojana ओवरव्यू
योजना | आयुष्मान भारत योजना |
किसने शुरू की | भारत सरकार ने |
कौन लाभ ले सकता है | ऐसे गरीब परिवार जिनकी आर्थिक स्तिथि करजोर है और जिनकी वार्षिक कम है। |
कितना लाभ मिलेगा | 5 लाख रूपए तक का मुफत स्वास्थ्य उपचार |
आधिकारिक पोर्टल | pmjay.gov.in |
आयुष्मान भारत योजना क्या है?
आयुष्मान भारत योजना 2018 में शुरू हुई थी। यह सरकार का एक राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन है। यह गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को व्यापक स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करता है। योजना के तहत, लाभार्थियों को Ayushman Card दिया जाता है। वे इस कार्ड का उपयोग अधिकृत अस्पतालों में मुफ़्त इलाज के लिए कर सकते हैं।
Ayushman Bharat Yojana का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक परिवार को एक वार्षिक स्वास्थ्य बीमा कवरेज प्रदान करना है। इस योजना के तहत, प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपये तक का कवरेज मिलता है। योजना के अंतर्गत लगभग 23,300 अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है। ये अस्पताल आयुष्मान कार्ड धारकों को सेवाएं प्रदान कर सकते हैं।
आयुष्मान कार्ड के धारक अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद में भी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। इससे परिवारों को आर्थिक बोझ कम होता है।
आयुष्मान कार्ड में क्या-क्या डॉक्यूमेंट लगते हैं?
योजना के तहत, आपको अपने आयुष्मान कार्ड के लिए कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज देने होंगे।
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- वोटर आईडी कार्ड
आयुष्मान योजना में रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
इसके लिए आवेदन आप ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- ऑनलाइन आवेदन के लिए सबसे पहले आप pmjay.gov.in वेबसाइट पर जाये।
- अपना आधार नंबर या फॅमिली आईडी के उपयोग से Ayushman Card Apply करे।
- यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद Ayushman Card Download करे।
- ऑफलाइन, कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाएं।
आवेदन पूरा होने के बाद, आपका आयुष्मान कार्ड जल्दी में उपलब्ध हो जाएगा। इस कार्ड का उपयोग आप सरकारी और निजी अस्पतालों में कैशलेस स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त करने के लिए कर सकते हैं।
आयुष्मान भारत में कौन-कौन सी बीमारी का इलाज होता है?
Ayushman Bharat Yojana में कई गंभीर बीमारियों का इलाज शामिल है। इसमें कैंसर, हृदय रोग, गुर्दे की बीमारियां, और कोरोना जैसी बीमारियां शामिल हैं। मोतियाबिंद, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, घुटना और नितंब प्रतिस्थापन का इलाज भी किया जाता है।
इसके अलावा, प्रोस्टेट कैंसर, कोरोनरी आर्टरी बाईपास, न्यूरोसर्जरी, और एंजियोप्लास्टी जैसी जटिल सर्जरियां भी कवर की जाती हैं।
इस योजना का उद्देश्य गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करना है। देशभर में 29,000 से अधिक अस्पतालों में कैशलेस और पेपरलेस हेल्थ सेवाएं उपलब्ध हैं। आयुष्मान कार्ड धारकों को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर मिलता है।
Ayushman Card Online Registration के लिए आयु या परिवार आकार की कोई सीमा नहीं है। सिर्फ सामाजिक और आर्थिक जनगणना (SECC) 2011 के आधार पर पात्रता निर्धारित की जाती है।
क्या आयुष्मान कार्ड प्राइवेट हॉस्पिटल में इस्तेमाल किया जा सकता है?
आयुष्मान भारत योजना के तहत, सरकार ने 196 बीमारियों के उपचार को प्राइवेट अस्पतालों से हटाया है। इसमें मलेरिया, मोतियाबिंद, सर्जिकल डिलीवरी, नसबंदी और गैंग्रीन शामिल हैं। लेकिन, गंभीर बीमारियों और जटिल सर्जरी के लिए प्राइवेट अस्पतालों में इलाज उपलब्ध है।
आयुष्मान भारत योजना 5 लाख रुपये तक का हेल्थ इंश्योरेंस कवर प्रदान करती है। यह कवर निजी अस्पतालों में भी लागू है। योजना के तहत 250 से अधिक बीमारियों का इलाज किया जाता है, जिनमें से कई प्राइवेट अस्पतालों में भी किया जा रहा है।
उदाहरण के लिए, गर्भवती और प्रसव वाली महिलाओं के लिए यूपी में प्राइवेट वार्ड उपलब्ध हैं। फिरोजाबाद के सौ शैय्या जिला अस्पताल में भी प्राइवेट रूम उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
आयुष्मान कार्ड वाली गर्भवती महिलाओं को एक ही वार्ड में भर्ती नहीं किया जाता। वे प्राइवेट वार्ड में भर्ती होती हैं। यह दिखाता है कि निजी अस्पतालों में भी स्वास्थ्य सेवाएं आयुष्मान कार्ड के माध्यम से उपलब्ध हैं।
सरकारी अस्पतालों में कवर की गई बीमारियां
आयुष्मान भारत योजना के तहत, सरकारी अस्पतालों में 1760 बीमारियों का इलाज किया जाता है। इसमें वे बीमारियां भी शामिल हैं जो पहले प्राइवेट अस्पतालों से हटा दी गई थीं। जैसे कि मलेरिया, मोतियाबिंद, और सर्जिकल डिलीवरी आदि। लाभार्थी इन सभी बीमारियों का मुफ्त इलाज सरकारी अस्पतालों में करवा सकते हैं।
कुछ महत्वपूर्ण बीमारियों जो Ayushman Bharat Yojana के तहत सरकारी अस्पतालों में कवर की जाती हैं:
- कैंसर
- दिल से जुड़ी बीमारियां
- किडनी संबंधी रोग
- कोविड-19
- मोतियाबिंद
- डेंगू
- चिकनगुनिया
- मलेरिया
- घुटने और आंख का बदलाव
आयुष्मान कार्ड से कौन-कौन सी बीमारी का इलाज नहीं होता है?
इस योजना में कुछ चिकित्सा सेवाएं शामिल नहीं हैं। इसमें आउटपेशेंट डिपार्टमेंट (OPD) परामर्श, प्रजनन संबंधी उपचार जैसे इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF), कॉस्मेटिक सर्जरी, दंत चिकित्सा, एचआईवी/एड्स उपचार, और नशा मुक्ति कार्यक्रम शामिल हैं। आयुष्मान कार्ड का उपयोग इन गैर-कवर बीमारियों और प्रक्रियाओं के लिए नहीं किया जा सकता है। इन्हें स्वयं भुगतान करना होगा।
आयुष्मान भारत योजना के तहत, कुछ सीमाएं हैं। उदाहरण के लिए, मोतियाबिंद की सर्जरी इस योजना से बाहर है। कुछ स्वास्थ्य सेवाएं भी लिमिट से ऊपर हो सकती हैं, जिन्हें आयुष्मान कार्ड से प्राप्त नहीं किया जा सकता है।
इसलिए, आयुष्मान कार्ड धारकों को इन सीमाओं के बारे में जानना आवश्यक है। यह उन्हें अपने स्वास्थ्य देखभाल लागत को प्रबंधित करने में मदद करेगा।
निष्कर्ष
आयुष्मान भारत योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है। यह गरीब और जरूरतमंद परिवारों को व्यापक स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करती है। यह योजना 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्रदान करती है।अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो कमेंट करके बताये और इसी प्रकार की सरकारी योजना की अपडेट जानने के लिए हमारे साथ बने रहे।