बिहार सरकार ने राज्य के युवाओं और उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री उद्यमी योजना (Mukhyamantri Udyami Yojana) की शुरुआत की है। यह योजना न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि प्रशिक्षण और मार्गदर्शन के माध्यम से उद्यमशीलता को बढ़ावा देती है। 2024-25 में इस योजना के तहत 8,584 लाभार्थियों का चयन किया गया है, जिसमें 7,153 प्रावधानिक और 1,431 प्रतीक्षा सूची में हैं । आइए, जानते हैं कि कैसे यह योजना बिहार के युवाओं के लिए वरदान साबित हो रही है।
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना 2025 की मुख्य विशेषताएं
इस योजना के तहत लाभार्थियों को ₹10 लाख तक की वित्तीय सहायता मिलती है, जिसमें से 50% (₹5 लाख) अनुदान और शेष 50% 1% ब्याज दर पर ऋण के रूप में दिया जाता है । यह ऋण 7 वर्षों में 84 किश्तों में चुकाया जा सकता है। साथ ही, लाभार्थियों को 2 सप्ताह का प्रशिक्षण और ₹25,000 की प्रोजेक्ट निगरानी राशि भी मिलती है ।
योजना का उद्देश्य: बेरोजगारी दूर, आत्मनिर्भरता बढ़े
बिहार में बेरोजगारी दर को कम करने और स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए यह योजना शुरू की गई है। विशेष रूप से SC/ST, OBC, महिलाओं, और युवाओं को लक्षित करते हुए, यह योजना उन्हें स्वयं का व्यवसाय शुरू करने में सक्षम बनाती है । उदाहरण के लिए, मुजफ्फरपुर की एक महिला उद्यमी ने जैविक खेती सहकारिता शुरू की, जिससे 200 किसानों को रोजगार मिला ।
पात्रता मानदंड: कौन कर सकता है आवेदन?
- आवेदक बिहार का स्थायी निवासी होना चाहिए ।
- आयु सीमा 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए ।
- न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं, आईटीआई, या डिप्लोमा होनी चाहिए ।
- परिवार की मासिक आय ₹6,000 से कम हो ।
- पहले से सरकारी नौकरी या अन्य योजनाओं का लाभ न ले रहे हों ।
आवश्यक दस्तावेज: तैयार रखें ये कागजात
आवेदन के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी: –
आधार कार्ड, पैन कार्ड, निवास प्रमाण पत्र – जाति प्रमाण पत्र (SC/ST/OBC के लिए) – बैंक खाता विवरण और पासपोर्ट साइज फोटो – शैक्षणिक प्रमाणपत्र और व्यवसाय योजना ।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया: स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
- आधिकारिक वेबसाइट udyami.bihar.gov.in पर जाएं ।
- ‘रजिस्ट्रेशन’ पर क्लिक कर मोबाइल नंबर और आधार से अकाउंट बनाएं।
- लॉगिन करके फॉर्म में व्यक्तिगत और व्यवसायिक विवरण भरें।
- दस्तावेज अपलोड करने के बाद फॉर्म सबमिट करें ।
- आवेदन स्थिति की जांच के लिए रेफरेंस नंबर सुरक्षित रखें।
सफलता की कहानियां: बदलाव की मिसाल
इस योजना ने कई युवाओं के सपनों को पंख दिए हैं: – पटना के इंजीनियर्स ने एड-टेक प्लेटफॉर्म बनाया, जिसके 1 लाख से अधिक यूजर्स हैं । – भागलपुर के एक कारीगर ने मधुबनी पेंटिंग उद्योग को पुनर्जीवित किया, 50 कलाकारों को रोजगार मिला । – मुजफ्फरपुर की महिला ने जैविक खेती सहकारिता शुरू कर 200 किसानों को जोड़ा ।
चुनौतियां और भविष्य की राह
हालांकि यह योजना प्रगति पर है, लेकिन कुछ चुनौतियां जैसे कौशल अंतर, बाजार संपर्क की कमी, और धन का दुरुपयोग अभी भी मौजूद हैं । इन्हें दूर करने के लिए बिहार सरकार मेंटरशिप नेटवर्क और डिजिटल प्लेटफॉर्म विकसित कर रही है ।
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निष्कर्ष
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना न केवल रोजगार सृजन कर रही है, बल्कि सामाजिक-आर्थिक समानता को भी बढ़ावा दे रही है। अगर आप भी अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो 16 अगस्त 2025 तक आवेदन करें । याद रखें, सही दस्तावेज और मजबूत बिजनेस प्लान के साथ ही आप इस योजना का पूरा लाभ उठा सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1: क्या महिलाओं को इस योजना में विशेष प्राथमिकता है?
महिला उद्यमियों के लिए 2000 आरक्षित सीटें हैं ।
Q2: लोन चुकाने की अवधि कितनी है?
ऋण को 7 वर्षों में 84 किश्तों में चुकाया जा सकता है ।
Q3: प्रोजेक्ट लिस्ट कहां मिलेगी?
आधिकारिक वेबसाइट पर खाद्य प्रसंस्करण, हस्तशिल्प जैसे 12 सेक्टर्स की लिस्ट उपलब्ध है ।
इस योजना से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए विजिट करें: बिहार उद्यमी योजना आधिकारिक वेबसाइट।
लेखक के बारे में: यह लेख उद्योग विभाग, बिहार सरकार के आंकड़ों और सफल उद्यमियों के अनुभवों पर आधारित है। सटीकता सुनिश्चित करने के लिए सरकारी नोटिफिकेशन और विशेषज्ञों से सलाह ली गई है।